वक्फ पर डैमेज कंट्रोल में जेडीयू… मुस्लिम नेताओं ने बुलाई PC, सवालों के जवाब दिए बिना चले गए – JDU in damage control on Waqf Muslim leaders called a PC left without answering questions ntc

बिहार में वक्फ संशोधन विधेयक पर सियासत गरम है. सत्तारूढ़ जेडीयू में भी अंदरखाने आवाज उठने की चर्चाओं के बीच शनिवार को मुस्लिम नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. हालांकि, बिना किसी सवाल का जवाब दिए यह सभी नेता उठकर चले गए. इस पर आरजेडी ने तंज कसा है और डैमेज कंट्रोल के लिए जबरदस्ती प्रेस कॉन्फ्रेंस करवाने का आरोप लगाया है.
दरअसल, हाल ही में संसद के दोनों सदनों से वक्फ संशोधन विधेयक पर मुहर लगी है. सदन में एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने भी वक्फ बिल का समर्थन किया है. इस पर पार्टी के अंदरखाने मुस्लिम नेताओं की नाराजगी की खबरें आ रही थीं. यहां तक कि तीन मुस्लिम नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. पार्टी हाईकमान ने रूठे नेताओं को मनाने के प्रयास तेज किए और शनिवार को मुस्लिम नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई.
कौन-कौन पीसी में पहुंचा
इस पीसी में शिया वक्फ बोर्ड चेयरमैन अफजल अब्बास, जदयू अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष अशरफ अंसारी, एमएलसी गुलाम गौस, पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अंजुम आरा, कहकशा परवीन और सलीम परवेज शामिल हुए. बताते चलें कि इस पीसी में तीन नेता गुलाम गौस, अफ़ज़ल अब्बास और अशफाक करीम भी शामिल हुए, जो पिछले 3 दिन से वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे थे.
‘सभी सुझाव मान लिए गए’
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेडीयू नेता अंजूम आरा ने कहा, JDU ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर जो 5 सुझाव जेपीसी में दिए थे, वो सभी सुझाव मान लिए गए हैं. उसके बाद पीसी करने वाले नेताओं ने कोई सवाल-जवाब नहीं लिया और चले गए. इस पर विवाद हो गया है.
‘सभी पार्टी के समर्पित नेता’
जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, ये लोकतंत्र है और आज आप कैसे किसी को जबरदस्ती बैठा सकते हैं. पार्टी के समर्पित नेता हैं और लंबे समय से नीतीश जी के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं. लेकिन जब बिल पर भ्रांतियां मिटी हैं, तो सबको लगता है कि सही बात पहुंचाई जाए.
‘सभी नेता नीतीश के साथ’
जेडीयू के एमएलसी खालिद ने कहा, जनता दल के यूनाइटेड के सभी नेता यह बताने के लिए सामने आए कि अपने नेता नीतीश कुमार के साथ हैं और प्रोग्रेसिव पार्टी के साथ खड़े हैं. हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है. हम लोग जनता के प्रति जवाबदेह है. जनता खुश है तो हम लोग खुश हैं. हमारी साफ सुथरी राय है कि केंद्र ने कहा कि ये बिल लोगों की भलाई के लिए है तो हमने यह बात मानी है.
दरअसल, मीडिया उन नेताओं के बारे में सवाल पूछना चाह रही थी जो 2 दिन से वक्फ बिल का विरोध कर रहे थे, लेकिन आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों के जवाब नहीं मिल पाए और मीडिया से बहस के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस समाप्त कर दिया गया.
अशफाक करीम से जब आजतक ने सवाल पूछा कि क्या वो इस बिल के समर्थन हैं तो किसी भी सवाल का जवाब दिए बिना वो अपनी कार में बैठकर चले गए.
शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और जनता दल यूनाइटेड के नेता अफजल अब्बास से भी सवाल पूछा कि क्या उनका स्टैंड बदल गया है? इस पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और दाएं-बाएं करते हुए कार में बैठे और चले गए.
जनता दल यूनाइटेड में मुस्लिम नेताओं के साथ जो बहस हुई है, उस पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी है. तेजस्वी ने आजतक के सवाल पर कहा, मुस्लिम नेताओं को जबरदस्ती और जबरन प्रेस कॉन्फ्रेंस से बैठाया गया था और धमकी दी गई थी की एमएलसी बने रहना है या नहीं. उसके बाद ही पीसी में जबरदस्ती बैठाया गया था.